कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने एक कार्यक्रम में कहा है कि 'हवस का पुजारी' होता है तो 'हवस का मौलवी' क्यों नहीं हो सकता?'। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के मौलाना शहाबुद्दीन ने इसे नफरती बयान बताया है। उन्होंने कहा, "धार्मिक व्यक्ति होकर धर्म के प्रचारकों के खिलाफ...ऊल-जलूल बातें करते हैं, उन्हें शर्म आनी...वह हमेशा ऐसी बातें करते हैं जो आपत्तिजनक
हों।"
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